
सर्दी की धूप में सरसों के तेल की मालिश आपको निरोगी बनाने के साथ आपकी त्वचा में भी निखार लाएगी। प्राकृतिक चिकित्सा के जानकार भी इन दिनों धूप सेवन की सलाह देते हैं। सेहत और सौंदर्य पाने का इससे बेहतर उपाय और क्या हो सकता है..!
आपको अपना छुपटन याद है? जब दादी या नानी धूप में लिटाकर सरसों के तेल से आपकी मालिश किया करती थीं और कुनकुने पानी से नहा लेने के बाद आप सभी दर्द भूलकर इत्मीनान से सो जाया करते थे। उस समय कहा जाता था कि धूप में लिटाकर सरसों की तेल की मालिश करने से बच्चे की हड्डियां मज़बूत होती हैं और त्वचा निखर जाती है। याद है न! दरअसल, धूप में सरसों के तेल की मालिश और सूरज की रोशनी से शरीर की सिकाई करने के अनगिनत फायदे हैं। प्राकृतिक चिकित्सा में इसे धूप स्नान की संज्ञा दी गई है। सर्दियों में धूप स्नान से सेहत तो मिलती ही है, सौंदर्य भी बढ़ जाता है। तो क्यों न इस बारे में और जानें, ताकि सेहत और सुंदरता बिना खर्च के मिल सके।
सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन-डी हमारे लिए बहुत Êारूरी है। इसके अलावा रोÊाना धूप स्नान से त्वचा, बालों और हड्डी संबंधी समस्याओं के दूर होने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, दिनभर शरीर में ताÊागी और स्फूर्ति बनी रहती है। समय के साथ हमारी यह परंपरा विदेशों तक पहुंच गई लेकिन हमने इसे भुला सा दिया है। आप चाहें, तो इस सेहतमंद और मुफ्त चिकित्सा पद्धति को आज से ही अपना सकती हैं।
धूप स्नान
ठंड के इन दिनों में धूप स्नान करने के लिए आपको कुछ समय धूप में बिताना होगा, जिससे आपके पूरे शरीर को अच्छी तरह से धूप लग सके और किरणों में मौजूद विटामिन-डी का आपके शरीर में अवशोषण हो सके। धूप स्नान के साथ मालिश के भी अपने फायदे हैं। इसके लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त होता है। सुबह नित्यक्रिया के बाद सरसों या नारियल के तेल से पूरे शरीर की अच्छी तरह मालिश करें और एकांत में सूर्य की सीधी रोशनी में बैठ जाएं।
कुछ समय तक धूप सामने से लेने के बाद पीठ के बल लेट जाएं या बैठें। कम से कम एक घंटे तक धूप स्नान करना लाभप्रद होता है। ध्यान रहे कि स्नान के दौरान हाथ और पैरों की मालिश नीचे से ऊपर की ओर ही करें। इस समय प्राणायाम करना भी फायदेमंद होता है। धूप सेवन सूरज निकलते वक्त प्रारंभ करें और कम से कम अगले एक घंटे तक नियमित रखें। इस बीच बार-बार उठें नहीं और धूप लेने के करीब एक घंटे बाद स्नान करें। यदि धूप हल्की और ठंड ज्यादा हो, तो धूप स्नान न करें।
अनगिनत फायदे
त्वचा और बालों में मज़बूती आती है।
हड्डियां मज़बूत होने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
शरीर निरोगी रहता है और आलस्य भाग जाता है।
स्नायुओं और शिराओं में ताÊागी आने के
साथ-साथ क्रियाशीलता बढ़ती है।
संतुलित आहार
स्वस्थ रहने के लिए बाकी उपायों के साथ-साथ आहार पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। सही आहार का सेवन करने से ही हमें आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे सेहत के साथ-साथ निखार भी बना रहता है। इस मौसम में तो यूं भी एक से एक फलों और सब्जियों की बहार होती है। विशेषज्ञों की मानें, तो जाड़े के दिनों में मौसमी फल, सब्जियों, पनीर, मूंगफली, खजूर, तिल, अरहर की दाल, अमरूद, गुड़, हरी मटर, दूध के साथ लहसुन कल्प, सेब, आलू और सलाद को अपने भोजन में शामिल करें, शरीर के पोषण संबंधी आवश्यकताएं पूर्ण होंगी।